हरियाणा के 11 जिलों में झमाझम बारिश, फसलों को भारी फायदा, कई जगह गिरे ओले
बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। नारनौल में शनि मंदिर के पास का पूरा मोहल्ला पानी में डूब गया जिससे लगभग 20 घरों में पानी घुस गया। 6 वर्षों से निर्माणाधीन छलक नाला इस समस्या का मुख्य कारण बताया जा रहा है। सिरसा शहर में भी कई स्थानों पर गलियों और सड़कों पर पानी भर गया।
हरियाणा के 11 जिलों में शुक्रवार सुबह से लगातार बारिश हो रही है। इनमें जींद, हिसार, भिवानी, रोहतक, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, सिरसा, फतेहाबाद, झज्जर, पानीपत और सोनीपत शामिल हैं। कुछ क्षेत्रों में तड़के 3 बजे से ही बारिश शुरू हो गई थी। बारिश के दौरान हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, भिवानी और कैथल जिलों में ओलों की भी जमकर बौछार हुई।
जलभराव से सड़कें बनी तालाब
बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। नारनौल में शनि मंदिर के पास का पूरा मोहल्ला पानी में डूब गया जिससे लगभग 20 घरों में पानी घुस गया। 6 वर्षों से निर्माणाधीन छलक नाला इस समस्या का मुख्य कारण बताया जा रहा है। सिरसा शहर में भी कई स्थानों पर गलियों और सड़कों पर पानी भर गया।
फसलों को भारी फायदा
कृषि विभाग के अनुसार सिरसा में लगभग 2.72 लाख हेक्टेयर में गेहूं और 75,000 हेक्टेयर में सरसों की फसल बोई गई है। इस बारिश से इन फसलों को खासा लाभ होगा। वैज्ञानिकों का मानना है कि ठंड और कोहरे के कारण गेहूं की फसल में बेहतर फुटाव होगा जिससे उत्पादन में वृद्धि होगी।
किसान भी इस बारिश को अपनी फसलों के लिए अमृत समान मान रहे हैं। किसान ओम प्रकाश ने कहा कि बारिश से जहां एक तरफ फसलों को फायदा होगा वहीं सिंचाई के लिए एक बार पानी देने की आवश्यकता भी कम हो जाएगी जिससे आर्थिक लाभ होगा।
मौसम विभाग ने जारी किए अलर्ट
मौसम विभाग ने हरियाणा के 18 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और 4 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि शनिवार को भी बारिश जारी रहने की संभावना है। न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जिससे ठिठुरन बढ़ गई है।
वैज्ञानिकों ने दी सकारात्मक भविष्यवाणी
कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि बारिश के बाद यदि तापमान एक सप्ताह तक सामान्य रहता है तो गेहूं की फसल में अच्छा फुटाव होगा। इससे पिछले वर्षों की तुलना में इस बार पैदावार अधिक होने की उम्मीद है। विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि ठंड के बाद अगर पाला जमता है तो भी गेहूं की फसल पर इसका नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
तेज बारिश और बिजली की गड़गड़ाहट से सहमे लोग
सिरसा जिले में दिनभर रुक-रुककर बारिश होती रही। दोपहर के समय 20 मिनट तक तेज बारिश के साथ पांच बार बिजली की गड़गड़ाहट सुनाई दी। बिजली की चमक और तेज आवाज ने स्थानीय लोगों को डरा दिया।
किसानों के चेहरे खिले
लगातार बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। पिछले कुछ वर्षों से प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसलें खराब हो रही थीं जिससे किसान आर्थिक तंगी का सामना कर रहे थे। इस बार की बारिश ने उनकी उम्मीदों को फिर से जगा दिया है।